पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि सरकार को अब बुलडोजर की राजनीति बंद कर देनी चाहिए और विकास कार्यों पर ध्यान देना चाहिए. जिसमें जंगली जानवरों पर लगाम लगाने की बात भी कही.
एक समय में राज्य में सरकार और देश में अपने शासन से प्रसिद्धि पाने वाली बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने सोशल मीडिया साइट “X” पर लिखते हुए सरकार और समाजवादी पार्टी को कहा कि अब बुलडोजर पर राजनीति बंद कर देनी चाहिए. सरकार को इस से ध्यान हटाकर जंगली और अन्ना पशुओं पर ध्यान देना चाहिए.
गुरुवार को उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “यूपी के कुछ जिलों में जंगली जानवर बच्चों, बुजुर्गों और युवाओं पर हमला कर रहे हैं. सरकार को इसे रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए क्योंकि मजदूर और गरीब लोग अपने जानवरों के लिए चारे का इंतजाम नहीं कर पा रहे हैं. सरकार को जंगली जानवरों से निपटने के लिए रणनीति बनानी चाहिए.
सोमवार को ही सुप्रीम कोर्ट के जजों ने उठाए थे बुलडोजर एक्शन पर उठाए थे सवाल. जजों का कहना था कि कोई आरोपी है तो आप उसका घर कैसे गिरा सकते हैं. अगर वह दोषी भी है तब भी आप ऐसा नहीं करना चाहिए. ये सब करने से पहले आपको कानून द्वारा निर्धारित सारे प्रक्रियाओं का पालन करना पड़ेगा. इस टिप्पणी के बाद अखिलेश यादव और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच घमासान भी हुआ.
मायावती के पोस्ट में गलतियाँ भी आयी सामने.
मायावती अक्सर पेपर देखकर पढ़ने के बाद जनता को संबोधित करती दिखती हैं. जिसके वजह से विपक्ष और ट्रोलर हमेशा उन्हें घेरते दिखते हैं. इस पोस्ट में भी उन्होंने ‘वजह’ को ‘वजय’ और ‘बजाय’ को ‘वजाय’ लिखा है.