दरअसल, 16-17 साल की उम्र से ही लड़कियां हाई हील्स (High heels) पहनने की आदत डाल लेती हैं, और यह आदत बढ़ती उम्र के साथ उनके शरीर पर गहरा असर डालती है. 35 की उम्र तक आते-आते हाई हील्स पहनने से आपके पैरों, कमर, और हिप्स में गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. आइए, हम आपको बताते हैं कि हाई हील्स पहनने के क्या नुकसान हो सकते हैं और इसे पहनते समय किन सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए.
हाई हील्स (High heels) क्यों पहनती हैं लड़कियां
- फैशन और स्टाइल में बढ़ोतरी
हाई हील्स (High heels) पहनने से आपकी ओवरऑल लुक और स्टाइल में बड़ा बदलाव आता है. लड़कियां इसे अपनी वॉर्डरोब का अनिवार्य हिस्सा मानती हैं. इससे न केवल स्टाइलिश लुक मिलता है, बल्कि यह आपको और भी आत्मविश्वास से भर देता है.
- ऊंचाई में इज़ाफ़ा
हाई हील्स (High heels) पहनने से आपकी लंबाई में थोड़ी बढ़ोतरी हो जाती है, जिससे आपकी पर्सनालिटी और आकर्षक नजर आती है. खासकर वे लड़कियां जो अपनी हाइट से असंतुष्ट हैं, हाई हील्स उन्हें कॉन्फिडेंस देती हैं.
- आत्मविश्वास में इज़ाफ़ा
कई महिलाएं मानती हैं कि हाई हील्स पहनने से वे खुद को ज्यादा आत्मविश्वासी महसूस करती हैं. यह उन्हें खास मौकों पर और भी खास बनाता है, जिससे उनकी खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं.
हाई हील्स (High heels) के नुकसान: स्टाइल के साथ समझौता सेहत का
- पैरों में दर्द और असहजता
हाई हील्स (High heels) पहनने का सबसे आम और त्वरित दुष्प्रभाव है पैरों में दर्द. हील्स की ऊंचाई और खराब फिटिंग आपके पैरों को असहज बना सकती है, जिससे चलने-फिरने में परेशानी हो सकती है. लंबे समय तक हाई हील्स पहनने से पैरों में सूजन और दर्द की समस्या भी हो जाती है.
- शरीर की मुद्रा पर असर
हाई हील्स (High heels) पहनने से आपके शरीर की मुद्रा यानी पॉश्चर पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. यह आपके चलने और खड़े होने के तरीके को बदल सकता है, जिससे आपकी रीढ़ की हड्डी, हिप्स और घुटनों में दर्द हो सकता है. लगातार हाई हील्स पहनने से शरीर के पोस्चर में स्थायी विकृति आ सकती है.
- बैलेंस में समस्या
हाई हील्स पहनते समय सबसे बड़ी चुनौती है बैलेंस बनाए रखना. ऊंची हील्स में चलने से आपका शरीर असंतुलित हो सकता है, जिससे गिरने और चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है. खासकर सीढ़ियों पर या अनचाही जगहों पर चलना मुश्किल हो सकता है.
- कॉल्फ मसल्स पर प्रभाव
लगातार हाई हील्स पहनने से आपकी कॉल्फ मसल्स (पिंडली की मांसपेशियां) पर अत्यधिक दबाव पड़ता है. इससे मांसपेशियों में अकड़न, दर्द और सूजन हो सकती है. यहां तक कि लंबे समय तक इसका इस्तेमाल आपकी मांसपेशियों को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकता है.
- कमर और हिप्स पर दबाव
हाई हील्स आपकी कमर और हिप्स पर अतिरिक्त दबाव डालती हैं, जिससे दर्द और मांसपेशियों में खिंचाव हो सकता है. इसका प्रभाव आपकी रीढ़ की हड्डी पर भी पड़ता है, जो आगे चलकर स्लिप डिस्क जैसी समस्याओं को जन्म दे सकता है.
हाई हील्स (High heels) की कहानी कहां से शुरू हुई?
हाई हील्स का इतिहास सदियों पुराना है. करीब 16वीं सदी में यूरोप के राजा और रानियां ऊंचे जूते पहनते थे, ताकि वे अपने उच्च दर्जे और शक्ति का प्रदर्शन कर सकें. धीरे-धीरे यह चलन आम लोगों में भी फैल गया और महिलाओं के बीच खास तौर पर लोकप्रिय हो गया. समय के साथ, यह फैशन आइकॉन के रूप में उभरकर आया और आज यह महिलाओं के फैशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है.
हाई हील्स पहनने के दौरान बरतें ये सावधानियां
1. सही साइज चुनें:
हाई हील्स खरीदते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि वे आपके पैरों में सही फिट हों. गलत साइज या खराब फिटिंग आपके पैरों को और अधिक नुकसान पहुंचा सकती है.
2. कम ऊंचाई वाली हील्स चुनें:
अगर आपको लंबे समय तक हील्स पहननी हैं, तो कम ऊंचाई वाली हील्स को चुनें. यह न केवल आपके पैरों को आराम देगा बल्कि आपको बैलेंस बनाए रखने में भी मदद करेगा.
3. हील-टू-टो तकनीक फॉलो करें:
हाई हील्स में चलते समय सबसे पहले अपनी हील जमीन पर रखें, फिर पैर के फ्रंट हिस्से को. इस तकनीक से आप न केवल स्टाइलिश नजर आएंगी बल्कि आपका बैलेंस भी बना रहेगा.
4. विशेष मौकों पर ही पहनें:
रोजाना हाई हील्स पहनने की बजाय, इसे खास मौकों के लिए रखें. इससे आपके पैरों पर कम दबाव पड़ेगा और आपको लंबे समय तक किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी.
हाई हील्स (High heels) पहनना हर किसी की पसंद होती है, लेकिन इसका स्वास्थ्य पर दीर्घकालिक प्रभाव भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. जब भी आप हाई हील्स पहनें, सावधानी से पहनें और सही साइज का चुनाव करें. इससे न केवल आप स्टाइलिश दिखेंगी, बल्कि सेहतमंद भी रहेंगी.
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