Ramji Lal Suman News: उत्तर प्रदेश में सोमवार को सपा सांसद रामजी लाल सुमन (Ramji Lal Suman) और पुलिस आमने-सामने आ गए। मथुरा में दलित उत्पीड़न के शिकार लोगों से मिलने जा रहे सुमन को पुलिस ने रास्ते में ही रोक दिया। इस पर सपा सांसद इतने नाराज़ हुए कि पुलिस का थमाया गया नोटिस मौके पर ही फाड़कर फेंक दिया।
पुलिस ने घर पहुंचकर थमाया नोटिस, कहा मथुरा न जाएं
सुबह पुलिस टीम आगरा स्थित सांसद सुमन के आवास पर पहुंची। पुलिस ने उन्हें नोटिस दिया, जिसमें लिखा था कि वे मथुरा न जाएं। पुलिस का तर्क था कि वहां कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है। बताया जा रहा है कि सपा सांसद समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल के साथ मथुरा के एक गांव जा रहे थे, जहां दलितों के साथ मारपीट की घटना सामने आई थी।
दलितों की आवाज़ दबा रही है सरकार : Ramji Lal Suman
नोटिस पढ़ते ही सपा सांसद का पारा चढ़ गया। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई को लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताते हुए कहा कि “ये सरकार दलितों की आवाज़ दबा रही है। यूपी में दलितों पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं और सरकार सिर्फ दबंगों के साथ खड़ी नजर आ रही है।” (Ramji Lal Suman)
पहले भी नजरबंद हो चुके हैं Ramji Lal Suman
रामजी लाल सुमन ने कहा कि यह कोई पहली बार नहीं है जब उन्हें रोका गया हो। इससे पहले भी कई बार उन्हें कार्यक्रमों में शामिल होने से रोका जा चुका है। उन्होंने कहा कि, “हम पीड़ितों से मिलने जाते हैं तो सरकार हमें रोकती है। सवाल यह है कि जब हम चुने हुए जनप्रतिनिधि भी अपनी बात नहीं रख सकते, तो आम जनता की आवाज़ कौन सुनेगा?”
सपा का आरोप पक्षपात कर रही है सरकार
घटना के बाद समाजवादी पार्टी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार विपक्षी दलों को दबाने की कोशिश कर रही है। पार्टी नेताओं ने कहा कि, “दलितों पर अत्याचार करने वालों को संरक्षण मिल रहा है, जबकि आवाज़ उठाने वालों को रोका जा रहा है।”