Rahveer Yojana: घायलों को अस्पताल पहुंचाओ और सरकार की ओर से 25 हज़ार इनाम पाओ, जानिये क्या है राहवीर योजना

Rahveer Yojana in Hindi: जानिए कैसे सड़क हादसों में घायलों की मदद कर ₹25,000 पाएं। यूपी में लागू इस योजना की शर्तें, फायदे और प्रक्रिया पढ़ें।
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राहवीर योजना क्या है? | Rahveer Yojana in Hindi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई Rahveer Yojana एक क्रांतिकारी योजना है जिसका उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों को तुरंत चिकित्सा सहायता दिलवाना है। यह योजना नागरिकों को प्रेरित करती है कि वे मानवता के आधार पर सड़क हादसों के शिकार लोगों की मदद करें और उन्हें “गोल्डन ऑवर” यानी पहले 1 घंटे में अस्पताल तक पहुँचाएं। ऐसा करने पर उन्हें सरकार की ओर से ₹25,000 तक की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

यह योजना अब उत्तर प्रदेश में भी पूरी तरह से लागू कर दी गई है, जिसमें लखनऊ, मेरठ जैसे प्रमुख शहर भी शामिल हैं। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि Rahveer Yojana kya hai, इसकी शर्तें, प्रक्रिया और इससे जुड़ी अन्य ज़रूरी बातें।


Rahveer Yojana का उद्देश्य क्या है?

भारत में हर साल लाखों सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के मुताबिक, 2022 में लगभग 1.5 लाख से अधिक लोग सड़क हादसों में जान गंवा बैठे।

इन मौतों का एक बड़ा कारण यह है कि घायल व्यक्ति को समय पर इलाज नहीं मिल पाता। लोग मदद करने से डरते हैं, उन्हें लगता है कि पुलिस पूछताछ या कोर्ट-कचहरी में उलझना पड़ेगा।

Rahveer Yojana का उद्देश्य है:

  • लोगों के मन से यह डर हटाना।
  • मानवता को प्राथमिकता देना।
  • सड़क हादसों में घायलों की जान बचाना।
  • समाज में सहायता की भावना को बढ़ाना।

क्या है “गोल्डन ऑवर”?

Golden Hour वह पहला घंटा होता है जिसमें यदि किसी घायल को समय पर इलाज मिल जाए तो उसकी जान बचाई जा सकती है। मेडिकल साइंस में इसे सबसे क्रिटिकल पीरियड माना जाता है।

Rahveer Yojana इसी सिद्धांत पर काम करती है – यदि कोई नागरिक इस “गोल्डन ऑवर” में घायल को अस्पताल या ट्रॉमा सेंटर पहुँचाता है, तो उसे ₹25,000 तक का ईनाम मिलेगा।


Rahveer Scheme की मुख्य विशेषताएं

₹25,000 तक का इनाम

यदि कोई नागरिक किसी घायल को दुर्घटना के 1 घंटे के अंदर अस्पताल पहुँचाता है, तो वह ₹5,000 से ₹25,000 तक की प्रोत्साहन राशि के लिए पात्र होता है।

सीधे बैंक खाते में भुगतान

यह राशि परिवहन विभाग द्वारा सीधे नागरिक के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी।

पूरी प्रक्रिया पारदर्शी

  • अस्पताल घायल की सूचना पुलिस को देगा
  • पुलिस कलेक्टर को रिपोर्ट भेजेगी
  • सत्यापन के बाद, परिवहन विभाग राशि रिलीज करेगा

Rahveer Yojana के तहत कौन कर सकता है मदद?

  • कोई भी सामान्य नागरिक
  • जो घायल का रिश्तेदार या परिवार का सदस्य न हो
  • जिसने यह कार्य स्वेच्छा से किया हो
  • जिसके पास मदद करने के प्रमाण हो, जैसे:
    • अस्पताल की पर्ची
    • CCTV फुटेज
    • गवाह का बयान

अगर एक से ज़्यादा लोग मिलकर मदद करते हैं, तो इनाम की राशि सब में बराबर बाँटी जाएगी।


Rahveer Yojana की शर्तें – ध्यान से पढ़ें

शर्तविवरण
1. रिश्तेदारी नहीं होनी चाहिएमदद करने वाला घायल का रिश्तेदार नहीं होना चाहिए
2. स्वेच्छा से सहायताकिसी दबाव या लाभ के लिए नहीं, मानवता के आधार पर मदद होनी चाहिए
3. प्रमाण की ज़रूरतअस्पताल रिपोर्ट, गवाह आदि प्रस्तुत करने होंगे
4. साझा इनामयदि कई लोग साथ मिलकर मदद करें, तो राशि बराबर बाँटी जाएगी

उत्तर प्रदेश में Rahveer Yojana – क्या है स्थिति?

2025 से यह योजना उत्तर प्रदेश में पूरी तरह से लागू कर दी गई है। लखनऊ, कानपुर, मेरठ, प्रयागराज, वाराणसी जैसे शहरों में इसे लागू करने के लिए प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर, ट्रेनिंग और जानकारी मुहैया करवाई है।

यूपी सरकार का दावा है कि इससे:

  • सड़क दुर्घटना मृत्यु दर में 20% तक कमी आएगी
  • लोगों की जागरूकता बढ़ेगी
  • सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी रिस्पॉन्स बेहतर होगा

Rahveer Yojana के कुछ अन्य तथ्य

योजना की शुरुआत क्यों हुई?

यह योजना Supreme Court Guidelines (2016) के बाद बनाई गई थी, जिसमें “Good Samaritan” यानी भले नागरिकों को कानूनी सुरक्षा देने की बात की गई थी।

क्या मदद करने पर कानूनी परेशानी होगी?

बिलकुल नहीं।
Rahveer Yojana के तहत मदद करने वालों को:

  • पुलिस पूछताछ से छूट
  • कोर्ट में पेशी से राहत
  • गोपनीयता की गारंटी

नागरिकों को क्यों जुड़ना चाहिए इस योजना से?

आज के दौर में जब सड़क पर कोई घायल होता है, तो लोग वीडियो बनाने या सोशल मीडिया पर डालने में व्यस्त रहते हैं। लेकिन Rahveer Yojana हमें याद दिलाती है कि:

✅ मानवता सबसे बड़ी सेवा है
✅ एक छोटी-सी मदद किसी की जान बचा सकती है
✅ सरकार आपके साथ खड़ी है


Rahveer Yojana पर क्या बोले लोग?

  • डॉ. अंशुल राय (AIIMS ट्रॉमा सेंटर):
    “यह योजना मेडिकल इमरजेंसी में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है। अगर लोग केवल वीडियो न बनाएं और मदद करें, तो 50% जानें बच सकती हैं।”
  • राजेश कुमार (मेरठ निवासी):
    “मैंने एक दुर्घटना में घायल को ट्रॉमा सेंटर पहुँचाया। बाद में ₹25,000 मेरे खाते में आए। मुझे गर्व है कि मैंने किसी की जान बचाई।”

कहां संपर्क करें?

सुविधाविवरण
हेल्पलाइन नंबर1073 (ट्रैफिक इमरजेंसी)
वेबसाइटparivahan.gov.in
ईमेलhelp@transport.up.gov.in

Rahveer Yojana एक सराहनीय पहल

Rahveer Yojana न केवल एक वित्तीय प्रोत्साहन है, बल्कि यह सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक कदम है। इससे न सिर्फ सड़क हादसों में जानें बचेंगी, बल्कि लोगों में समाज के प्रति ज़िम्मेदारी की भावना भी मजबूत होगी।

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