भारत सरकार ने अश्लीलता और पोर्नोग्राफिक कंटेंट के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए देश में 25 OTT ऐप्स और 26 वेबसाइट्स को बैन कर दिया है। इस लिस्ट में लोकप्रिय ऐप्स ULLU और ALTT जैसे नाम भी शामिल हैं, जिन्हें लंबे समय से बोल्ड वेबसीरीज़ के लिए जाना जाता रहा है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (Ministry of Information & Broadcasting) ने इस कार्रवाई को IT Act 2000 और Information Technology (Intermediary Guidelines and Digital Media Ethics Code) Rules, 2021 के तहत अंजाम दिया है।
अश्लील कंटेंट था कार्रवाई की मुख्य वजह
सरकारी सूत्रों के अनुसार, इन ऐप्स और वेबसाइट्स पर दिखाया गया कंटेंट न केवल यौन संकेतों से भरा (sexual innuendos) था, बल्कि इसमें कई बार नग्नता और विस्तृत सेक्स दृश्य शामिल थे।
ऐसे दृश्यों को देखकर यह साफ था कि इन्हें सिर्फ व्यूअरशिप बढ़ाने के लिए डाला गया है, न कि किसी सामाजिक या कहानीगत उद्देश्य से।
“इन सीरीजों में न कोई स्पष्ट प्लॉट था, न संदेश। सिर्फ नग्नता, सेक्स और उत्तेजक भाषा का भरपूर उपयोग किया गया,” एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया।
किन OTT प्लेटफॉर्म्स पर पड़ी गाज?
सरकार ने जिन ऐप्स और वेबसाइट्स को बैन किया है, उनमें कुछ नाम इस प्रकार हैं:
बैन किए गए ऐप्स की लिस्ट
- ALTT
- ULLU
- HotX VIP
- MoodX
- Hulchul
- Mojflix
- Triflicks
- Feneo
- Boomex
- Big Shots App
- Jalva
- Adda TV
- Gulab
- Bull
- NeonX VIP
- ShowX
- ShowHit
- Wow Entertainment
- Navarasa Lite
- Look Entertainment
- Hitprime
- Desiflix
- Kangan
- Sol Talkies
- Fugi
इनमें से 9 ऐप्स Google Play Store पर और 5 ऐप्स Apple App Store पर उपलब्ध थे। साथ ही, 26 वेबसाइट्स को भी पूरी तरह ब्लॉक कर दिया गया है।

मंत्रालयों, आयोगों और संस्थाओं की संयुक्त कार्रवाई
इस कार्रवाई को अंजाम देने में सरकार ने कई अहम संस्थाओं से विचार-विमर्श किया:
- गृह मंत्रालय (MHA)
- महिला और बाल विकास मंत्रालय
- इलेक्ट्रॉनिक्स और IT मंत्रालय
- लीगल अफेयर्स डिपार्टमेंट
- FICCI और CII जैसे उद्योग निकाय
- डिजिटल कंटेंट पर निगरानी रखने वाली संस्था DPCGC
DPCGC (Digital Publisher Content Grievances Council), जो एक स्व-नियामक संस्था है, पहले ही ULLU और ALTT पर कार्रवाई कर चुकी है। ALTT की कई वेबसीरीज़ में “अस्वीकार्य, विचित्र और बिना संदर्भ के सेक्स सीन” दिखाए गए थे, जिससे यह स्पष्ट था कि उनका उद्देश्य सिर्फ व्यूअरशिप बढ़ाना था।
बच्चों से जुड़े आयोग ने भी जताई चिंता
NCPCR (National Commission for Protection of Child Rights) ने जुलाई और अगस्त 2024 में ALTT और ULLU के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
शिकायत में कहा गया कि इन ऐप्स के कंटेंट बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और नैतिक विकास के लिए बेहद हानिकारक हैं।
पहले दी गई थी चेतावनी, फिर भी नहीं सुधरे OTT प्लेटफॉर्म्स
सरकार ने सितंबर 2024 में इन सभी 25 प्लेटफॉर्म्स को चेतावनी दी थी।
फरवरी 2025 में उन्हें Code of Ethics का पालन करने को कहा गया। लेकिन इन प्लेटफॉर्म्स ने या तो वही कंटेंट नए वेबसाइट्स पर अपलोड कर दिया, या फिर एडिट किए गए वीडियो को समय के साथ फिर से बिना एडिट के वापस डाल दिया।
ULLU द्वारा प्रसारित वेबसीरीज़ “House Arrest” को मई 2025 में हटाया गया था, लेकिन वही कंटेंट अन्य नाम से बाद में फिर से दिखाया गया।
संस्कृति बचाओ संगठन की मांग पर भी लिया गया संज्ञान
Save Culture Save Bharat Foundation के प्रमुख उदय माहुरकर ने इस विषय पर जोर देते हुए कहा:
“ऐसे कंटेंट भारत की सांस्कृतिक जड़ों को खोखला कर रहे हैं। यह साफ तौर पर अवैध और खतरनाक मानसिकता का परिणाम है।”
उन्होंने यहां तक कहा था कि Netflix जैसे बड़े प्लेटफॉर्म्स की भी जांच होनी चाहिए।
अब क्या होगा आगे?
सरकार ने सभी डिजिटल इंटरमीडियरीज़ को यह आदेश जारी किया है कि इन ऐप्स और वेबसाइट्स की एक्सेस पूरी तरह बंद कर दी जाए।
यदि कोई प्लेटफॉर्म अब भी बैन को तोड़ता पाया जाता है तो उसके खिलाफ:
- आपराधिक मामला दर्ज हो सकता है
- जुर्माना लगाया जा सकता है
- जेल की सज़ा भी संभव है
अब OTT प्लेटफॉर्म्स को दिखानी होगी जिम्मेदारी
यह कदम स्पष्ट करता है कि भारत सरकार अब OTT प्लेटफॉर्म्स पर अनियंत्रित कंटेंट की आज़ादी को लेकर लचीला रवैया नहीं अपनाएगी।
जहां डिजिटल क्रिएटिविटी को बढ़ावा मिलना चाहिए, वहीं अश्लीलता के नाम पर मनोरंजन अब सहन नहीं किया जाएगा।
“डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को अभिव्यक्ति की आज़ादी तो है, लेकिन समाज और संस्कृति की मर्यादा में रहकर,” — सरकार का संदेश।
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