MLA: हमारे यहाँ यूपी एक सफल नेता का अलग ही भौकाल रहता है और अगर नेता जी विधायक निकल जाएँ तो क्या ही कहने। खैर भौकाल के अलावा इन विधायक लोगों की एक सरकारी सैलरी भी होती है jiske साथ जुड़ा होता है एक उम्र भर का पेंशन तो आइये आपको बताते हैं उत्तर प्रदेश में एक विधायक सैलरी कितनी होती है और उन्हें क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं.
MLA का मौजूदा वेतन और भत्ते
उत्तर प्रदेश में विधायकों को हर महीने ₹1.95 लाख की सैलरी दी जाती है. इसके अलावा, रेल यात्रा के लिए सालाना ₹4.25 लाख का भत्ता भी मिलता है. खास बात यह है कि विधायकों के मूल वेतन पर कोई आयकर नहीं लगता.
सैलरी का ब्रेकअप : MLA Salary
• मूल वेतन: ₹25,000 प्रति माह.
• निर्वाचन क्षेत्र भत्ता: ₹50,000 प्रति माह.
• चिकित्सा भत्ता: ₹30,000 प्रति माह.
• सचिव भत्ता: ₹20,000 प्रति माह (सचिव रखने के लिए)
• वाहन भत्ता: ₹25,000 प्रति माह.
• रेल कूपन: सालाना ₹4.25 लाख.
दैनिक भत्ता
• विधानसभा सत्र के दौरान, हर दिन की उपस्थिति पर ₹2,000 का भत्ता मिलता है.
• विधायी समितियों की बैठकों में भाग लेने पर ₹1,500 प्रतिदिन का भत्ता दिया जाता है.
MLA की विशेष सुविधाएं
• विधायक निधि: हर विधायक को पांच साल में ₹7.5 करोड़ तक की निधि मिलती है, जिससे वह अपने क्षेत्र में विकास कार्य करा सकते हैं.
• मोबाइल खर्च: हर महीने ₹6,000 का भत्ता.
• पानी की समस्या समाधान: क्षेत्र में 200 हैंडपंप लगवाने की अनुमति.
• सरकारी आवास: लखनऊ में मुफ्त सरकारी आवास और सस्ता भोजन उपलब्ध.
पूर्व विधायकों को मिलने वाली सुविधाएं
उत्तर प्रदेश के पूर्व विधायकों को भी कई सुविधाएं मिलती हैं:
• मासिक पेंशन ₹30,000.
• हर अतिरिक्त सेवा वर्ष के लिए ₹2,000 की बढ़ोतरी.
• सालाना ₹1 लाख का रेल कूपन और ₹50,000 का डीजल/पेट्रोल भत्ता.
• जीवनभर मुफ्त रेलवे पास और चिकित्सा सुविधाएं.
अतिरिक्त जानकारी और सवाल
• कई बार सवाल उठते हैं कि इतनी सैलरी और सुविधाओं के बावजूद जनता के हित के लिए कितनी मेहनत की जाती है.
• विधायक निधि का सही उपयोग सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है.
क्या ये सुविधाएं जायज़ हैं?
ये सुविधाएं विधायकों की कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए दी जाती हैं. हालांकि, जनता यह सवाल जरूर करती है कि इन सुविधाओं का सही उपयोग हो रहा है या नहीं. यह देखना जरूरी है कि विधायक अपने क्षेत्र में विकास और कल्याण कार्यों में इन संसाधनों का इस्तेमाल कितनी ईमानदारी से कर रहे हैं.
उत्तर प्रदेश के विधायकों को सैलरी के साथ-साथ कई प्रकार की सुविधाएं मिलती हैं. इनका उद्देश्य उन्हें बेहतर काम करने के लिए प्रोत्साहित करना है. लेकिन जनता को यह समझना होगा कि केवल सुविधाओं से काम नहीं होता, बल्कि जनता का सहयोग और निगरानी भी जरूरी है.
ये भी पढ़ें: कौन हैं नागा साधु और क्या है इनका रहस्य?